3 महीनों से खराब पड़ा नलकूप, अपने ही विभाग को मुह चिढ़ाता हुआ
✍️मोहम्मद असलम खान
केराकत। वैसे तो वर्तमान सरकार किसानों की हितैसी होने का पूर्ण दावा करता है, और क्यों न करे किसानों की बेहतरी के लिए वर्तमान सरकार करोड़ों अरबों रुपए सिंचाई विभाग पर खर्च करती है। पर क्या इसका पूरा लाभ किसानों को मिल पाता है यह एक बढ़ा यक्ष प्रश्न है। क्या सरकार द्वारा दिए गए पैसे का पूर्णतः प्रयोग किसानों की बेहतरी के लिए हो पाता है? हम बात कर रहे हैं नलकूप विभाग की सरकार तो अरबों रुपए किसानों के किसानी के लिए खर्च कर देती है पर जिम्मेदार अधिकारी क्या इन पैसों का सही इस्तेमाल करते हैं यदि करते हैं तो क्यों किसान अपना जीवन बेहतर तरीके से व्यतीत करने में असमर्थ है?क्यों किसानों की आत्महत्या दर में गिरावट नही आ रही है। जानकारी के अनुसार केराकत क्षेत्र के 3 ब्लॉक केराकत, मुफ्तिगंज, डोभी ब्लाक जहा नलकूप लगाए गए है का सर्वे किया गया। जिनमें से कुछ जगह के ही नलकूप ठीक ढंग से काम करते पाए गए और 2 दर्जन से ज्यादा नलकूप खराब पाए गए। बन्द पड़े नलकूपों में केराकत ब्लाक के नदौली ग्राम स्थित 165 नम्बर नलकूप भी है जो 3 महीनों से बन्द पड़ा है।जिससे 10 एकड़ की फसल पर काफी असर पड़ता है।3 महीने से बन्द पड़ा यह नलकूप अपने विभाग को तो मुह चिढ़ा रहा है साथ साथ किसानों के लिए भी मजाक बना हुआ है।
पूर्वांचल लाइव न्यूज़ चैनल केराकत तहसील संवाददाता मोहम्मद असलम खाँन की रिपोर्ट
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