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प्राइवेट अस्पतालों पर जिला प्रशासन का छापा

प्राइवेट अस्पतालों पर जिला प्रशासन का छापा


करवाई के ख़ौफ़ से ताला बंद करके फरार हुए सभी स्टाफ



विधानसभा में उठे सवाल के बाद हरकत में आया जौनपुर प्रशासन


✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद
जौनपुर। बिना मानक के चल रहे प्राईवेट अस्पतालों पर  जिला प्रशासन का डण्डा चल गया है। शाहगंज के तहसीलदार संग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पुलिस फोर्स के साथ सोमवार को ऐसे ही अवैध अस्पतालों पर छापेमारी की तो हड़कम्प मच गया।
 ख़ौफ़ इस कदर रहा कि छापेमारी होते ही कई अस्पताल संचालक डाक्टर और स्टाफ अपने अपने अस्पतालों में ताला बंद करके फरार हो गये। 
शाहगंज तहसीलदार अभिषेक राय व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक फारूकी के साथ कोतवाली पुलिस ने नगर के खुटहन मार्ग स्थित सत्य प्रेम हॉस्पिटल पहुंचे, वहां पर मौजूद कर्मचारियों से आवश्यक जानकारी ली। टीम को वहां से संचालित हो रहे अस्पताल संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिले। इसके बाद टीम आजमगढ़ बाईपास स्थित आशीर्वाद हॉस्पिटल पहुंची तो हॉस्पिटल बंद रहा। नगर के आजमगढ़ मार्ग स्थित आस्था हॉस्पिटल टीम पहुंची मौके पर कोई चिकित्सक नहीं मिला और ना ही अस्पताल संबंधी कोई दस्तावेज मिला। इसके बाद टीम नगर के पुरानी बाजार स्थित डॉक्टर रियाजुल हक मेमोरियल हॉस्पिटल पहुंची।  जहां पर छापेमारी के दौरान उक्त अस्पताल संबंधी कोई कागजात नहीं मिले। टीम ने उक्त हॉस्पिटलों को नोटिस देकर आवश्यक कार्रवाई में जुटी है।
 इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रफीक फारूकी ने बताया कि दो अस्पताल मानक के विपरीत चल रहे हैं। जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।दोषी पायें जानें पर अस्पताल को सीज करते हुये  मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।



 
विधायक रेवती रमण सिंह ने विधानसभा में उठाया प्रश्न


शाहगंज। जिले की सबसे बड़ी तहसील शाहगंज में फर्जी तरीके से अधोमानक के अस्पताल खोलकर मरीजों के साथ हो रहे लूटपाट का मामला समाजवादी पार्टी के विधायक उज्जवल रमण सिंह ने विधानसभा में उठाया है।

उन्होंने  11 को प्रश्न पूछे थे, जिसमें शाहंगज नगर में स्थित कलावती हडडी अस्पताल, आस्था सेवा सदन ,  आशीर्वाद हड्डीअस्पताल को  मुख्य रूप से केंद्रित किया गया है । इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश कुमार ने इस प्रतिनिधि को बताया कि विधानसभा प्रश्न के दौरान आरोप लगाया गया है कि  उक्त सभी अस्पतालों में विना डिग्री धारक आपरेश्न कर रहे हैं।  सत्यप्रेम अस्पताल को अधीक्षक सोंधी डॉ रमेश चंद्रा द्वारा लीज पर  नियम विरुद्ध तरीके से लिया गया है। इस संबंध में अलग से जांच की जाएगी।

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