समाज सेवा से बड़ा कोई धर्म नही-सिफतउल्लाह
मानवाधिकार कार्यकर्ता ने दर्जनों जरूरत मन्दो की किया मदद
✍️नौशाद मंसूरी
शाहगंज(जौनपुर)
समाज के पिछड़े गरीब और असहाय की सेवा करने में जो संतुष्टि प्राप्त होती है वह किसी अन्य कामों में नही मिलती है इंसान का पहला काम मानव सेवा होना चाहिए जो गरीब हैं परेशान हैं ऐसे लोगों की मदद करके इनके दुख को कम किया जा सकता है।
उक्त बातें मानवाधिकार कार्यकर्ता और युवा समाजसेवी सिफत उल्लाह सिद्दीकी ने नगर के लगभग एक दर्जन गरीबों को दीपावली के मौके पर आर्थिक मदद देने के दौरान एक औपचारिक बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा की हम हर धर्म के त्योहारों पर समाज के ऐसे लोगों को चिन्हित करते है जो गरीब और असहाय हैं ऐसे लोगों को मदद कर उनको भी त्योहार मनाने में एक छोटा सा प्रयास करते हैं।ऐसे लोगों को मदद कर मन मे जो शांति और तृप्ति मिलती है वो किसी अन्य कामों में नही मिलती है।
एक सवाल के जवाब में श्री सिद्दीकी ने कहा की लोगों की मदद का काम निरन्तर जारी रहेगा।कोई भी त्योहार हो असहायों को चिन्हित कर उनकी भरपूर मदद करने का काम आगे भी जारी रहेगा।
0 टिप्पणियाँ