स्वास्थ्य विभाग व नगर पंचायत की लापरवाही से गयी बच्ची की जान
नगर में नही है साफसफाई व फॉगिंग की उचित व्यवस्था
✍️रिपोर्टर: मोहम्मद असलम खान
केराकत। केराकत क्षेत्र में इन दिनों डेंगू का प्रकोप इतना है कि सैकड़ों की संख्या में डेंगू पीड़ित हैं।और बुधवार को डेंगू की चपेट में आने से हाशमी नगर मोहल्ला निवासी सत्यनरायण चौरसिया की एक 10 वर्षिय बच्ची नैंसी की मृत्यु हो गयी।जिससे परिवार के ऊपर दुख का पहाड़ टूट पड़ा।यदि समय रहते स्वास्थ्य विभाग विभाग सतर्क रहता तो केराकत में डेंगू महामारी का रूप नहीं लेता।लापरवाही का मंजर यह है की डेंगू की रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम स्वास्थ्य विभाग व नगर पंचायत द्वारा नही उठाया गया।यहाँ तक कि इतनी बीमारी फैलने के बाद महीने में केवल एक दो बार नगर पंचायत द्वारा फॉगिंग व दवा का छिड़काव कराया गया।कुछ वार्ड तो ऐसे है की वहाँ तो महीनों से दवा का छिड़काव भी नही हुआ और नगर पंचायत ईओ केवल फाइलों में कलम घिसने में व्यस्त हैं।लापरवाही रही सही कसर तो स्वास्थ्य विभाग भी पूरा कर रहा है डेंगू पीड़ितों के घर के आस पास दवा का छिड़काव व फॉगिंग छोड़िए उनके घर पहुच भी नही पा रहे स्वास्थ्य कर्मी।जैसे तैसे लोग अपनी जान बचाने के प्रयास में लोग हलकान है।यदि रिकार्ड देखा जाए तो केराकत नगर के हर वार्ड में डेंगू के पीड़ित है।अकेले गोलावार्ड में ही केवल 10 दिनों में दर्जन भर लोगों को डेंगू ने अपनी चपेट में लिया,एक ही घर से 4 लिगों को डेंगू ने अपनी चपेट में लिया और उस वार्ड में दवा का छिड़काव अभी तक नही किया गया।ऐसी घोर लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
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