समाज को नई दिशा देने में फ़िल्म का होता है खास महत्व, डॉ गोरखनाथ पटेल
प्रदेश में उच्च मुकाम बना रहे हैं जौनपुर के परिषदीय विद्यालय
✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद
जौनपुर। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों द्वारा किये जा रहे अभिनव प्रयासों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों, छात्रों व अभिभावकों को कार्यालय बुलाकर सम्मानित किया।
जिले के लोकप्रिय बेसिक शिक्षाधिकारी डॉ गोरखनाथ पटेल व खण्ड शिक्षाधिकारी राजीव कुमार यादव ने DBT पर बनी लघु फ़िल्म में अभिनय कर चुके बेसिक शिक्षकों, बच्चों तथा उसके साथ शिक्षाप्रद , प्रेरणादायी व समाज के अनेक मुद्दों का सहज समाधान खोजती लघु फ़िल्म बालसेना के अभिनेताओं/अभिनेत्रियों, बाल कलाकारों को प्रशस्ति पत्र व लेखन का सशक्त प्रतीक क़लम देकर सम्मानित किया।
यह सम्मान उस विधा को प्रदान किया गया है जिसके माध्यम से शिक्षण कार्य को एक नई दिशा दी जा रही है। आज सैद्धांतिक शिक्षण से अधिक प्रयोगात्मक शिक्षण पर जोर दिया जा रहा है,जिससे बच्चों की सम्प्रेषण शक्ति को बड़ा संबल मिल रहा है। इसके माध्यम से बच्चे कठिन से कठिन शब्दों को आसानी से सीख पा रहे हैं। फ़िल्म शिक्षण क्षेत्र के लिए अति महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि बच्चे इसके माध्यम से किसी भी विषय को खेल - खेल में सीख जाते हैं। फ़िल्म का प्रभाव बच्चों या किसी के भी मानस पटल पर बहुत दिनों तक अमिट रह जाता है।
इस विधा को बढ़ावा देने के लिए ही शिक्षा जगत से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों ने सराहा है तथा अपना महत्वपूर्ण व मजबूत संरक्षण प्रदान किया है। सम्मानित हो रहे शिक्षकों/शिक्षिकाओं, बच्चों के नाम इस प्रकार हैं: बाल कलाकार किरण यादव(सुइथा,मड़ियाहूं), आदित्य मिश्र (लखेसर, सिकरारा) विनोद सिंह, राजेश कुमार मिश्र, रमेश कुमार यादव(पूर्व माध्यमिक विद्यालय, भटौली,महराजगंज), राकेश सिंह, आशीष मौर्य, प्रवीण कुमार, अरविंद गुप्ता, अमर यादव , DBT लघु फ़िल्म में पिता की भूमिका निभा चुके निर्देशक/अभिनेता शिवम सिंह , माँ की भूमिका में सौम्या सिंह( प्राथमिक विद्यालय सुइथा, मड़ियाहूं) व पटकथा लेखक प्रेम चन्द्र तिवारी।
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