रक्षाबंधन में मिठाइयों में मिलावट: जानें असली-नकली मिठाई की पहचान करने के 5 तरीके
✍️ रिपोर्ट : नौशाद मंसूरी
शाहगंज(जौनपुर)। रक्षाबंधन का त्योहार करीब है और इस मौके पर मिठाइयों की बिक्री बढ़ जाती है। लेकिन इस सीजन में मिठाइयों में मिलावट के मामले भी बढ़ जाते हैं। ये मिलावटी मिठाइयां आपकी हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती हैं और आपकी जान खतरे में डाल सकती हैं। इसलिए आपके लिए ये जानना जरूरी है कि आप नकली मिठाई खरीद रहे हैं या असली।
*1. टेस्ट करके करें पहचान*
मिठाई खरीदने से पहले आप दुकानदार से मिठाई टेस्ट करने के लिए लें। मिठाई को चख कर उसका स्वाद लें, यदि मिठाई का स्वाद सामान्य से अजीब है तो उसमें मिलावट है। उस मिठाई को बिल्कुल न खरीदें।
*2. मिठाई के कलर से चलेगा पता*
असली मिठाई का कलर लाइट और नेचुरल होता है, जैसे केसर या इलायची का रंग। वहीं नकली मिठाई में केमिकल से बने रंग का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए नकली मिठाई का कलर डार्क और चमकीला होता है। यदि आपको मिठाई का रंग आर्टिफिशियल लगे तो समझ जाएं की मिठाई नकली है।
*3. खुशबू से पहचानें*
असली मिठाई में ड्रायफ्रूट्स और शुद्ध घी की खुशबी आती है, वहीं नकली मिठाई ज्यादा नहीं महकती, उसमें केमिकल की खुशबू आए तो समझ जाएं की मिठाई नकली या मिलावटी है। इसलिए मिठाई खरीदने से पहले उसकी खुशबू जरूर लें।
*4. मिठाई के टेक्चर से लगाएं पता*
असली मिठाई का टैक्चर सॉफ्ट होता है और उसका शेप भी एकसा होता है। लेकिन नकली मिठाई का टेक्सचर कड़क और चिपचिपा और तेड़ा-मेड़ा होता है।
*5. चांदी के वर्क की ऐसे करें पहचान*
असली मिठाई पर जो चांदी का वर्क लगाया जाता है, वह हल्का, चमकीला और आसानी से टूट जाने वाला होता है। नकली मिठाई पर नकली वर्क लगाया जाता है। जिसकी परत मोटी होती है और फॉइल जैसी दिखती है। ये चांदी का वर्क आसानी से हाथ से नहीं टूटता। इसे छू कर या हाथेली पर रगड़कर चेक करें।
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