बाइक से एआरटीओ दफ्तर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, हड़कंप
आईएएस अफसर ने किए कई सवाल तो कर्मचारी लगा उन्हें दुत्कारने
बाबू ने आम अभ्यर्थी समझकर खुद भेज रहा था दलाल के पास
✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद
जौनपुर। भ्रष्टाचार को लेकर विशेष चर्चाओं में रहने वाले जिले के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में मची लूट खसोट की कलई बुधवार को खुद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल के सामने खुल गई।
आम नागरिक बनकर दफ्तर में काम कराने पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट यानी एसडीएम सदर को खुद कार्यालय के कर्मी अमित वर्मा ने बाहर एक खास दलाल के यहां भेजने लगा। इतना ही नहीं अधिकारी ने जब नियम कानून की बात की तो उक्त कर्मचारी ने अधिकारी को अरदब में लेने की भरपूर कोशिश भी की। अपने साथ हुए इस दिलचस्प वाकए को देखकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट भी हैरत में पड़ गए।
दरअसल एआरटीओ कार्यालय में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की शह पर पिछले कई महीनों से चल रहे लूटपाट के गोरखधंधे की शिकायत जिला मजिस्ट्रेट के पास पहुंची थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम मनीष कुमार वर्मा ने आईएएस अधिकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में एसडीएम सदर का कार्य भार देख रहे हिमांशु नागपाल को मौके पर भेजा।
जिसके अनुपालन में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बुधवार की दोपहर 12 बजे सदर तहसील के लेखपाल संजीत सिंह के साथ बाइक से अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के बहाने सीधे एआरटीओ कार्यालय में अमित वर्मा के लाइसेंस पटल पर पहुंच गए। उन्होंने अपना खुद का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की बात कही तो कर्मचारी ने बाहर दलालों से मिलने के लिये बोला।
अधिकारी ने कहा मैं यही बनवाऊँगा, कितना पैसा लगेगा, कैसे कब तक होगा।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया पूछा तो वह कर्मचारी उन्हें आम जनता समझकर दुत्कारने लगा।
इतना सुनते ही आईएएस अफसर का पारा सातवे आसमान पर पहुंच गया । उन्होंने तत्काल लाइन बाजार थानाध्यक्ष रमेश चंद यादव को पुलिस फोर्स के साथ मौके पर बुलवाकर मेन गेट बंद कराकर कैम्पस में मौजूद लोगों की चेकिंग और पूछताछ शुरू कर दी। उधर खबर लगते ही एआरटीओ प्रशासन और प्रवर्तन का काम देख रहे एसपी सिंह यादव भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आईएएस अफसर के सामने विभाग की खामियों को बचाने के लिए भरसक प्रयास किया लेकिन सारी कलई आखिरकार खुल गई। पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
♦️ कार्रवाई के नाम पर हुई खानापूर्ति!
जौनपुर। एआरटीओ कार्यालय में दलालों के पास भेजने वाले अमित वर्मा नामक कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर विभाग के अधिकारी ने सिर्फ खानापूर्ति ही किया है। इस संबंध में विभागीय सूत्रों ने बताया कि उक्त कर्मी का पटल चेंज कर दिया गया है। इतना ही नहीं कार्यालय में विभाग के अधिकारियों की शह पर हर दिन दलाली करने वाले तमाम लोगों को एआरटीओ दफ्तर के पिछले दरवाजे से बाहर निकाल दिया गया । इस बात की भनक लगते ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आईएएस अधिकारी हिमांशु नागपाल ने पुनः जांच पड़ताल करने की बात कही है।
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