रायल कैम्ब्रिज स्कूल के बच्चे भी बने साक्षी
स्कूल प्रबन्धक सहित शिक्षकों ने देखा लाइव प्रसारण
नौशाद मंसूरी✍️
शाहगंज(जौनपुर)। भारत के बढ़ते कदम और विश्व में अपनी ताकत और शक्ति का एहसास दिलाया। इस बात को इसरो के वैज्ञानिकों ने स्वतंत्रता दिवस के तुरन्त बाद 23 अगस्त को सिद्ध कर दिया। जब चन्द्रयान-3 सफलतापूर्वक चन्द्रमा की सतह पर उतरा और उसके लैंडर ने यह संदेश प्रसारित किया। साथ ही शिक्षा विभाग ने भी इतिहास रचते हुये पहली बार सायंकाल अपने विद्यालयों को खोलने का निर्णय लिया जिससे हमारे नन्हे-मुन्ने भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने एवं उनकी रूचि विज्ञान एवं तकनीकी क्षेत्र में बढ़े।
नगर के इराकियाना स्थित रायल कैम्ब्रिज स्कूल में भारी संख्या में अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने विक्रम लैंडर के कारनामे को देखा। प्रबन्धक शफअत अशफाक सफ्फू भाई के नेतृत्व में विद्यालय परिवार ने लैपटाप, प्रोजेक्टर आदि की समुचित व्यवस्था की थी।जिससे स्कूल के बच्चों सहित तमाम लोगों ने लाइव प्रसारण देखा।
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