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जौहर यूनिवर्सिटी को निशाना बनाने वाली शिक्षा विरोधी ताकते शिक्षा के मंदिर को तोड़कर गिरा देना चाहती है : आरिफ हबीब

जौहर यूनिवर्सिटी को निशाना बनाने वाली शिक्षा विरोधी ताकते शिक्षा के मंदिर को तोड़कर गिरा देना चाहती है : आरिफ हबीब

जौहर ट्रस्ट की लगभग 172 एकड़ जमीन वापस की जाए
✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य / मोहम्मद अरशद
जौनपुर। राष्ट्रीय सद्भावना मंच व मुस्लिम यूथ ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष आरिफ हबीब ने कहा की शिक्षा के  खिलाफ विशेषकर अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को पहले से निशाना बनाया जाता रहा है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया व   अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे को समाप्त करने की बड़ी साज़िशें हो रही है। वह शुक्रवार को शहर में स्थित टाउन हॉल के मैदान में  पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। इस दौरान  आरिफ हबीब ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति को संस्था की ओर से भेजे गए पत्र का हवाला देते हुए बताया कि जौहर ट्रस्ट के माध्यम से संचालित जौहर यूनिवर्सिटी की करीब 172 एकड़ ज़मीन, जिसे शासन से अनुमति के बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष सांसद आज़म खान ने जनसहयोग से खरीदा गया था। जो उनके नाम थी, जिसे शिक्षा विरोधी ताकतों ने साज़िशों के माध्यम से सरकार को सौंप दिया। आज आज़म खान को परिवार सहित और पूरी यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया गया। अब यूनिवर्सिटी पर कब्ज़ा करने की साज़िशें तेज़ हो गयी है। ऐसी ताकतों पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रपति को पहल करनी चाहिए।
 राष्ट्रीय सद्भावना मंच  व मुस्लिम युथ आर्गेनाईजेशन के अध्यक्ष श्री हबीब ने कहाकि अब तक सरकारें शिक्षा को बढ़ावा देती रही है,लेकिन ये पहली सरकार है जो शिक्षा के मन्दिर को तोड़ने का काम कर रही है। देश के नौजवानों को शिक्षा से वंचित कर गुलामी की जंजीरों में जकड़ना चाहती है।
उन्होंने  राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व राज्यपाल महोदय से जौहर ट्रस्ट आज़म खान व जौहर यूनिवर्सिटी के सम्बंध में इंसाफ की मांग की है। श्री हबीब ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नही। सत्य के साथ ईश्वर होता है और ईश्वर से कोई जीत नही सकता।

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