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शिक्षा में नैतिकता का समावेश होना बेहद जरूरी : डॉ अजय दुबे

शिक्षा में नैतिकता का समावेश होना बेहद जरूरी : डॉ अजय दुबे

समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम


नई शिक्षा नीति पर हुआ अतिथि व्याख्यान
जौनपुर। शहर के राजा श्री कृष्ण दत्त पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज  के शिक्षा संकाय द्वारा एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन गुरुवार को महाविद्यालय के संगोष्ठी हाल में आयोजित किया गया ।  जिसका  शीर्षक "नई शिक्षा नीति 2020 :  उच्च शिक्षा के संदर्भ में " । व्याख्यान के मुख्य वक्ता डॉ अजय कुमार दुबे , एसोसिएट प्रोफेसर,  शिक्षा संकाय, तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय जौनपुर थे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य कैप्टन डा० अखिलेश्वर शुक्ला ने की ।
कार्यक्रम  के शुभारंभ में मुख्य वक्ता  डॉ अजय कुमार दुबे , प्राचार्य  डॉ  अखिलेश्वर शुक्ला  तथा  संकाय अध्यक्ष डॉ सुनीता गुप्ता  द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा का माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। 
छात्र-छात्राओं द्वारा मां सरस्वती की स्तुति बंदना व अतिथि स्वागत संस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा प्रस्तुत किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ0 अजय कुमार दुबे ने कहां की छात्रों में मूल्य व परंपराओं  का ज्ञान देने व वास्तविक क्रियाकलापों से अवगत कराने पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा में नैतिकता व सामाजिक मूल्य का समावेश होना चाहिए, ताकि ज्ञान कौशल परंपरा का उदय हो सके। 
प्राचार्य कैप्टन डॉ  अखिलेश्वर शुक्ला   ने नई शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डालते हुए कहां की भारतीय शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हेतु परिवर्तन आवश्यक है। ताकि सभी को शिक्षा सुलभ हो , विषय चुनने की आजादी , मातृभाषा का प्रयोग, वोकेशनल कोर्स का संचालन जैसे अहम विषयों पर बल दिया । 
संकाय अध्यक्ष डॉ सुनीता गुप्ता ने गुरु शिष्य परंपरा को आगे बढ़ाने पर बल देते हुए कहा की नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने से वर्तमान में 10+2 मॉडल के स्थान पर 5+3+3+4 मॉडल के लागू होने पर प्रकाश  डालते  कहां की इस नीति से 2030 तक भारत की संपूर्ण जनता 100% साक्षर हो जाएगी।
 संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ सुशील कुमार गुप्ता ने कहा की परिवर्तन समाज का नियम है जो विकास के लिए संजीवनी का कार्य करते हैं। नई शिक्षा नीति 2020 के उच्च शिक्षा में हुए परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें बहु स्तरीय प्रवेश और निकासी व एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट प्रक्रिया लागू होने से बीच में पढ़ाई छूटने पर भी ऐसे लोगों को क्रमशः सर्टिफिकेट डिप्लोमा व डिग्री प्रदान की जाएगी।  छात्रों द्वारा प्राप्त अंक और क्रेडिट को डिजिटल रूप से सुरक्षित रखा जा सकता  है ।
 इस अवसर पर डॉ अजय मिश्रा ,डॉ धर्म साहू , डॉ श्याम सुंदर उपाध्याय, डॉ अभय प्रताप सिंह ,डॉ अखिलेश गौतम, डॉ यदुवंश कुमार, डॉ अविनाश कौल, डॉ गगनप्रीत कौर ,डॉ विवेक यादव, सुधाकर मौर्य, स्वयं यादव आदि उपस्थित थे । 
कार्यक्रम का संचालन डॉ0 निशिथ  कुमार सिंह व धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेश प्रसाद तिवारी ने किया।

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