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वरिष्ठ आईएएस अफसर रविंद्र नाथ त्रिपाठी का निधन

वरिष्ठ आईएएस अफसर रविंद्र नाथ त्रिपाठी का निधन

जौनपुर के  राजनैतिक व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार में लिए थे जन्म

लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, अयोध्या समेत दर्जनों जिलों में बेहतर प्रशासक के रूप में छोड़ी थी छाप

✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद

जौनपुर। जिले के बड़े राजनीतिक व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार में जन्म लेने वाले वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रविंद्र नाथ त्रिपाठी का बीती रात हृदय गति रुकने से निधन हो गया। लखनऊ के गोमती नगर स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली है।
जनपद के मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के ग्राम हरद्वारी के मूल निवासी 74 वर्षीय  आईएएस अफसर स्व श्री त्रिपाठी जौनपुर कलेक्ट्रेट बार अधिवक्ता समिति के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय यतीन्द्र नाथ त्रिपाठी के छोटे भाई थे। 
इनके पिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रमेश चंद शर्मा जौनपुर के बरसठी विधानसभा क्षेत्र से चार बार कांग्रेस पार्टी के विधायक रहे।  पांच भाइयों में रविंद्र नाथ त्रिपाठी के सबसे बड़े भाई कैलाश नाथ त्रिपाठी डायरेक्टर हार्डिकल्चर,  दूसरे क्रम में पंडित यतीन्द्र नाथ त्रिपाठी अध्यक्ष कलेक्ट्रेट बार अधिवक्ता समिति,  तीसरे क्रम पर
 शचींद्र नाथ त्रिपाठी पूर्व ब्लाक प्रमुख और
बरसठी व जफराबाद  विधानसभा सीट से सपा के विधायक रहे हैं। जबकि खुद चौथे क्रम पर थे। सबसे छोटे पांचवें भाई के रूप में पूर्व प्राचार्य स्वर्गीय अवनींद्र नाथ त्रिपाठी रहे हैं। आईएएस और कमिश्नर होने के बाद भी वह अपने मूल गांव से कभी दूर नहीं हुए। जौनपुर के  अपने पैतृक गांव मड़ियाहूं के हरद्वारी में उनका आना-जाना हमेशा लगा रहा। उनकी बड़ी बेटी शिवानी पांडेय बेसिक शिक्षा अधिकारी,  छोटी बेटी दीप्ति शुक्ला सब रजिस्ट्रार लख़नऊ और एक छोटा बेटा  मनु त्रिपाठी जो  नेवी में ब्रिगेडियर  के रूप में तैनात हैं।
स्वर्गीय त्रिपाठी के निधन की खबर लगते ही
कलेक्ट्रेक्ट बार समिति के अधिवक्ताओं ने सोमवार को कोरोना कॉविड के निर्देशों का पालन करते हुए  दो मिनट का मौन रखकर शोक सवेंदना ब्यक्त किया है। इस मौके पर उपस्थित अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए बार समिति के महामंत्री आनंद मिश्र  ने अपनी शोक संवेदना में कहा कि स्वर्गीय रवींन्द्र नाथ त्रिपाठी 72 के पीसीएस टॉपर,  और 1995 में आईएएस कैडर मिलने के बाद गाजीपुर, आजमगढ़, अलीगढ़, प्रयागराज व लखनऊ के जिलाधिकारी के रूप में अपने  कुशल प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अपनी छाप छोड़े थे । मंडल मुख्यालय अयोध्या और प्रयागराज के कमिश्नर के रूप में कार्य करने के बाद 2008 में वह सेवानिवृत्त हुए थे।
शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में बार के पूर्व अध्यक्ष  जगत नारायण तिवारी, विजय प्रताप सिंह, उदय प्रताप सिंह,  रामकृष्ण पाठक अन्य   अधिवक्ता मुख्य रहे।

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