पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में बनसफा गांव में पुलिस की छापेमारी
लखनऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत हत्याकांड में पुलिस को है तलाश
जौनपुर। सूबे की राजधानी लखनऊ में हुए मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड मामले में जौनपुर की पुलिस टीम ने मंगलवार को पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह के पैतृक आवास पर छापेमारी की। हालांकि इस दौरान न तो पूर्व सांसद पुलिस टीम को मिले, और न ही उनके संबंध में पुलिस को कोई खास जानकारी मिल सकी। लेकिन पंचायत चुनाव के बाद पूर्व बाहुबली के ऊपर पुलिस द्वारा कहा गया शिकंजा जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जिले के सिकरारा थाना क्षेत्र के बनसफा गांव में पूर्व सांसद धनंजय सिंह का पैतृक आवास है।
उनके पैतृक घर पर पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर के निर्देशन पर एएसपी देहात त्रिभुवन सिंह के नेतृत्व में जिले की एसओजी और कई थानों की फ़ोर्स ने दबिश दी।
छापेमारी में न तो धनंजय सिंह मिले, न ही परिवार का कोई सदस्य मौजूद मिला। आखिर कार पुलिस खाली हाथ वापस लौट गई। दिनदहाड़े हुई छापेमारी से पुरे इलाके में हड़कंप मच गया।
एसपी देहात त्रिभुवन सिंह ने बताया कि लखनऊ मुख्यालय के आदेश पर यह कार्रवाई की गई थी। राजनीति के जानकार बताते हैं कि धनंजय सिंह अपनी पत्नी श्रीकला सिंह रेड्डी को जौनपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ाने के लिए पूरी तैयारी कर चुके हैं । उन्हें रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से यह शिकंजा कसा जा रहा है।
धनंजय व उनके 150 समर्थकों पर दर्ज हुआ मुकदमा
जौनपुर। पूर्वांचल के पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ प्रदेश की पुलिस टीम ने शिकंजा कस दिया है। अभी कल तक धनंजय सिंह न्यायालय के आदेश पर खुली हवा में घूम रहे थे, तो जौनपुर जिले की पुलिस शांत थी। लेकिन मंगलवार को धनंजय सिंह जब खुटहन थाना क्षेत्र के उलेमा काउंसिल पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शहाबुद्दीन की चाची अकीला बानो के जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचित होने पर उनके घर बधाई देने के लिए पहुंचे तो पुलिस की आंख कान खुल गई । इस दौरान उमड़ी भारी भीड़ का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो आखिरकार शासन स्तर से पुलिस को कड़ी फटकार लगी । जिसके बाद जौनपुर की खुटहन थाना पुलिस ने आनन-फानन में धनंजय सिंह व उनके 150 समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह जानकारी खुटहन थानाध्यक्ष त्रिवेदी लाल सेन ने दी ।
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