राजस्व विभाग व पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में
जौनपुर।
पूर्व मुतवल्ली द्वारा जनता के हीत को देखते हुए वक्फ की जमीन को नगर पालिका परिषद को पानी की टंकी और नलकूप की स्थापना करने के लिए दान दिया था।
उस जमीन पर नगर पालिका द्वारा टंकी का निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया था, लेकिन कुछ लोगों को जनहित का यह कार्य रास नहीं आया। आखिरकार वे लोग इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए निर्माण कार्य ठप करा दिया।
वर्तमान मुतवली ने पुराने करार को तोड़ते हुए एसडीएम कोर्ट में मुकमा दायर कर दिया है। इस इलाके के सभासद ने आरोप लगाया कि मुतवली अपने निजी लाभ के लिए कुछ भू माफिया से मिलकर उस जमीन को बेचने का काम कर है।
यह मामला है नगर के बड़ी मस्जिद के पीछे स्थित रौजा अर्जन मोहल्ले का है। इस क्षेत्र में। पीने के पानी की भारी किल्ल्त रहती है ,जनता पानी के एक एक बूद के लिए तरस रही है। इस विकराल समस्या को देखते हुए सभासद साजिद अलीम ने जनता की समस्या को नगर पालिका परिषद के बोर्ड में उठाई थी। बोर्ड ने इस इलाके में पानी की टंकी और नलकूप लगाने का प्रस्ताव पास कर दिया। लेकिन जमीन न मिलने के कारण नगर पालिका ने बाद में हाथ खड़ा कर दिया तो साजिद अलीम ने इस इलाके में खाली पड़ी जमीन वक्फ के मुतवल्ली अनीस खान से अनुरोध किया तो उन्होंने नगर पालिका को जमीन के कुछ हिस्से को दान दे दिया।
नगर पालिका परिसद सन 2014 - 2015 में टंकी का निर्माण कार्य शुरू करा दिया।
सभासद साजिद अलीम ने सीधा आरोप लगाया कि कुछ को जनता की समस्या रास नहीं आया वे लोग निजी लाभ के लिए कोर्ट से काम रोकवा दिया। अब वही लोग भू माफियाओ की मिली भगत से वक्फ की जमीन को करोड़ों रुपए में बेच रहे हैं। उन्होंने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले का शिकायती पत्र भेज कर इस पूरे मामले की जांच करवाते हुए अवैध कब्जे को रोकवाने की मांग किया है। इस पूरे मामले में राजस्व विभाग की भूमिका भी संदेह के दायरे में है।

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