जिपं सदस्य प्रत्याशी के समर्थक बैठे धरने पर, पुलिस ने खदेड़ा
✍️रिपोर्टर-मोहम्मद असलम खान
केराकत ( जौनपुर )। सत्ता पक्ष और पुलिस के इशारे पर चुनाव हरवाने की आशंका का आरोप लगाकर जिला पंचायत सदस्य के समर्थक सोमवार को मतगणना केन्द्र के बाहर धरने पर बैठ गये। आधे घंटे बाद पहुंँची पुलिस ने सभी को खदेड़कर भगा दिया।
जिला पंचायत सदस्य के वार्ड संख्या 80 से चुनाव लड़ रहे कुसरना ग्राम पंचायत के महादेवा का निवासी अखिलेश यादव चन्दवक व केराकत थाने का हिस्ट्रीशीटर है। चुनाव प्रचार के दौरान वह पुलिस टीम पर फायरिंग का आरोपी भी है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। वही परिजनों के मुताबिक अखिलेश को उपनिरीक्षक त्रिवेणी सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान बरैछाबीर गाँव मे गोली मार दिया है तब से अखिलेश लापता है। मतगणना के दौरान उसकी तलाश पुलिस जोरों से कर रही है, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा, मतगणना के दौरान वह शुरू से ही बढ़त बनाए रखा। रात तीन बजे तक जब मतगणना अपने अंतिम चरण में थी तो वह अपने निकटम प्रत्याशी से 5700 मतों से आगे था। इसके बाद पुलिस ने उनके सभी अभिकार्ताओं को थाने उठा लाई और अखिलेश यादव के बारे में पूछताछ करने लगी।
सुबह होते ही उसके समर्थकों की भीड़ मतगणना केन्द्र के बाहर एकत्रित हो गयी और सत्तापक्ष के इशारे पर मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक प्रतिनिधि आरडी चौधरी, सीओ और कोतवाल मिलकर उसे हराने की योजना बनाई है और मतगणना अभिकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। न्याय की मांँग करते हुए आधे घण्टे तक लोग नारेबाजी करते रहे, सूचना मिलने पर सीओ शुभम तोडी और थाना प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार सिंह मौके पर पहुंँचे और लोगों से वहाँ से हट जानें और अखिलेश यादव को हाजिर कराने को कहा, जिसके बाद लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठी लेकर सबको दौड़ा लिया जिसके बाद लोग भागने लगे और जिसको जहांँ जगह मिली और वह छुप लिया।
पूर्वांचल लाइव न्यूज़ चैनल केराकत तहसील संवाददाता मोहम्मद असलम खाँन की रिपोर्ट
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