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बहनों ने जेल में बंद 14 भाइयों को बांधी राखी

बहनों ने जेल में बंद 14 भाइयों को बांधी राखी, 


46 बहनों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा


✍️इंद्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद

जौनपुर। कोरोना संक्रमण से बचाव को सरकार की नई गाइड लाइन के चलते पूरे साल भर प्रतीक्षा के बाद रक्षाबंधन के मौके पर जिला कारागार में निरुद्ध भाइयों की कलाई राखी से सजाने पहुंचीं 60 में से 46 बहनों को मायूस होकर लौटना पड़ा। आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर पहुंची 14 बहनों ने भाइयों से मिलकर उनका कुशलक्षेम पूछा और राखी बान्ध कर  भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का इजहार किया।

 जौनपुर जिला कारागार  के अधीक्षक एसके पांडेय ने बताया कि शासन की गाइड लाइन में स्पष्ट है कि कम से कम 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाने पर ही जेल में निरुद्ध बंदियों से उनके स्वजन की मुलाकात कराई जाएगी। रक्षा बंधन के मौके पर कुल 60 महिलाएं जेल में निरुद्ध अपने भाइयों को राखी बांधने मीठा, रोली आदि लेकर आईं थीं। इनमें से सिर्फ 14 के पास से ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट थी। ऐसे में उन्हें भाइयों से मिलने की इजाजत दी गई। उन्होंने मिलकर भाई की कलाई राखी से सजाई और मिठाई खिलाकर रक्षा का वचन लिया। अन्य बिना रिपोर्ट के आईं 46 महिलाओं से मिठाई, राखी आदि लेकर जेल प्रशासन ने उनके भाइयों को उपलब्ध करा दिया। उन्होंने कहा कि 16 अगस्त से मुलाकात की अनुमति होने के बाद जेल प्रशासन बंदियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर गाइड लाइन का पूरी सख्ती से पालन करा रहा है।

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