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कुपोषित बच्चों का पोषण अजगर की भातीं निगल जा रहीं सीडीपीओ केराकत


कुपोषित बच्चों का पोषण अजगर की भातीं निगल जा रहीं सीडीपीओ केराकत

कई आंगनवाड़ी तो नदारद रहतें है


केराकत।

बाल पुष्टाहार योजना के तहत सरकार नगर से लेकर ग्रामीण एरिया तक पुष्टाहार आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से पहुंचाने व कुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए जी तोड़ मेहनत करती नजर आ रही है, पर कुछ अधिकारी सरकार की इन योजनाओं को बड़े अच्छे से पतीला लगाने पर तुले हुए हैं। जी हां केराकत क्षेत्र के कुपोषित बच्चों का पोषण अजगर की भांति निगल जा रही है सीडीपीओ केराकत। आपको बता दें कि क्षेत्र के समस्त आंगनवाड़ीयों पर कई महीनों से कुपोषित बच्चों के लिए आया खाद्यान्न बच्चों तक नहीं पहुंच पा रहा है जिसके लिए केवल केराकत सीडीपीओ जिम्मेदार हैं। पहले तो हर महीने कुपोषित बच्चों को पोषण आहार मिल जाया करता था, अब पोषण आहार छोड़िए बच्चों के लिए आया दलिया तक 2 या 3 महीने में 1 बार दिया जाता है।जबकि सीडीपीओ कार्यालय के समक्ष पुष्टाहार की गाड़ी हर महीने में आती रहती है।और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा टेम्पो में भर भर के ले जाया जा रहा है तो आखिर बच्चों के अधिकार वाला पुष्टाहार आखिर जाता कहा है?सूत्रों की मानें तो दलिया का व्यवसाय किया जा रहा है जो दलिया बच्चों के लिए पुष्टाहार का काम करती है उसे गाय भैंस को खिलाने के लिए बेच दिया जाता है। जिस की उच्च स्तरीय जांच कराने की दरकार है।

कई कई आंगनवाड़ी केंद्र तो बन्द पड़े हुए है।जहां बच्चों का राशन तो उठाया जाता है पर बच्चे व आंगनवाड़ी कार्यकत्री या सहायिका दिखाई ही नही पड़ते।इस बाबत सीडीपीओ केराकत को कई बार फोन किया गया तो उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया गया।
पूर्वांचल लाईव न्यूज़ टीम

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