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अमातुल्ला का एमबीबीएस में चयन

अमातुल्ला का एमबीबीएस में चयन

"अल्लाह का शुक्र है मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है,मेरे वालिद, वालदा और उस्ताद ने मुझे प्रोत्साहित किया":अमतुल्ला

रहमानी-30 के सत्तर से ज्यादा बच्चों का NEET 2024 में चयन
शाहगंज। क्षेत्र के उसरहटा स्थित कुबा इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा अमातुल्ला का एमबीबीएस में चयन होने पर परिवार व स्कूल में खुशी की लहर है। अमातुल्ला को काउंसलिंग के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज, कुशीनगर का कॉलेज मिला है। अमातुल्ला स्कूल के मैनेजर मौलाना अबरार अहमद नदवी की बेटी है। नीट 2024 के परीक्षा में काउंसलिंग में गवर्नमेंट सीट  मिलने की खुशी में स्कूल में एक कार्यक्रम आयोजित कर प्रिंसिपल ,मैनेजर व टीचर द्वारा बेटी को मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता चेयरमैन डॉ. अरशद ने की तथा निजामत मौलाना अबू आजम कासमी ने की ।कार्यक्रम की शुरुआत मो सादिक द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई और हलीमा सादिया द्वारा नात पाक प्रस्तुत की गई। अतिथि के तौर पर मौलाना उस्मान कासमी साहब ने बेटी के कामयाबी के लिए दुआएं दी।
        डॉ. फारूक अरशद ने बधाई देते हुए कहा कि ज्यादातर छात्रों का सपना मेडिकल कॉलेज में सीट पाना होता है, उन्होंने इनाम के तौर पर  10,000 रुपये और एक मोबाइल फोन देते हुए कहा कि आगे जो भी छात्र एमबीबीएस और आईआईटी में सफल होगा, मेरे तरफ से 10,000 रुपये का इनाम दिया जायेगा।  जानकारी के अनुसार कुबा इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई पूरी होने के बाद अमातुल्ला ने बैंगलुरू के रहमानी 30 में दाखिला लिया ।अमतुल्ला ने बताया की वो बच्चे कामयाब होते हैं, जिनमें लक्ष्य के साथ संघर्ष करने की भावना होती है, आप में से कुछ छात्र अपने व्यवहार से मंदबुद्धि लग सकते है।लेकिन वही विद्यार्थी अपने जुनून और समर्पण से इतिहास रच देता है। स्कूल सीखने का स्थान है। शिक्षकों में अपने छात्रों को बेहतर बनाने का जुनून होता है। यदि छात्र शिक्षकों के उद्देश्य को समझते हैं, तो वे निश्चित रूप से सफल होंगे।

अच्छी तालीम और अनुशासन के बदौलत रहमानी 30 ने लहराया परचम

रहमानी-30 के सत्तर से ज्यादा बच्चों का NEET 2024 में चयन


रहमानी 30  मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य शीर्ष संस्थानों में प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है। रहमानी 30 की स्थापना 2008 में हजरत वली रहमानी साहब और अभयानंद जी ने की थी। रहमानी30 हर साल 30 प्रतिभाशाली छात्रों का चयन करता है, जिन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) जैसे संस्थानों में प्रवेश परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षित टीचर से निशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराता है।


"अल्लाह का शुक्र है मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है,मेरे वालिद, वालदा और उस्ताद ने मुझे प्रोत्साहित किया":अमतुल्ला

अल्लाह का शुक्र है कि मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है।मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया है।अमतुल्ला ने बताया की  स्कूल के डायरेक्टर ,डा फारुख अरशद,डा असफर सहित रहमानी 30 के सभी अध्यापकों ने सही गाइडेंस दिया। हमें अपने शिक्षक के निर्देशों का पालन करना चाहिए और उनका मार्गदर्शन हमें मंजिल तक ले जाता है। याद रखें कि निराश होने के बजाय लक्ष्य निर्धारित करें। असफलता से हार मानने के बजाय अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें।
प्रधानाचार्य अनवर अहमद खान ने कहा कि जीवन का सारा ज्ञान आपके शिक्षक ही सिखाते हैं, डॉक्टर और इंजीनियर बनना एक सपना है।स्कूल के मैनेजर मौलाना अबरार अहमद नदवी ने सभी मेहमानों का आभार जताया।

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