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प्रेम जीता अंतरजातीय विवाह के लिए राजी हुए परिजन

प्रेम जीता अंतरजातीय विवाह के लिए राजी हुए परिजन 

दोनों पक्ष के सहमति से भगवान निषाद राज मंदिर में हुई शादी

 
✍️रिपोर्ट : देवेन्द्र सिंह यादव

जौनपुर । संदीप सेठ व मोनी निषाद का प्रेम परवान चढ़ा और यह जीने मरने की कसमें खाई ,इस सम्बंध के विरोधी दोनों पक्ष के परिजन आखिरकार अंतरजातिय विवाह के लिए तैयार हो गए और धार्मिक रीति रिवाज से दोनों प्रेमी जोङे की शादी जोगियापुर के भगवान निषाद राज मंदिर गोमती नदी तट पर संपन्न हुई। जिसमें समाजसेवी एवं मंदिर के संस्थापक धर्मेंद्र निषाद व रामकृष्ण बाबा, ननकू रामराज ,जेपी निषाद मनोज नगर की विशेष भूमिका रही।

 बता दे की शहर खासनपुर के निवासी संदीप सेठ का प्रेम जोगियापुर के मोनी निषाद से चल रहा था ,कई बार यह शादी करने के लिए परिजनों से मिन्नते की, लेकिन परिजन राजी नहीं हुए । परिजन इसके विरोध पर उतर आए, यह प्रेमी जोङे भी जीने मरने की कसमें खाई थे। जिसे लेकर लोगों ने दोनों परिजनों को समझाया, साल भर  चली उठा पठक के बीच समाजसेवी धर्मेंद्र निषाद व रामकृष्ण बिन्द बाबा ननकू रामराज, जेपी निषाद, मनोज नगर ,नीरज निषाद ने इस मामले में हस्तक्षेप कर साकारात्मक पहल किया और दोनों पक्ष शादी के लिए राजी करवाया, इसके बाद मोनी निषाद के परिजन व संदीप सेठ के परिजन खासनपुर के चौरा माता मंदिर में विवाह की पहल शुरू हुई और वहां से भगवान निषाद राज मंदिर जोगियापुर के संस्थापक धर्मेंद्र निषाद ने शादी के लिए दोनों पक्षों को रजामंद किया था और दोनों पक्ष की रजामंदी से शादी भगवान निषाद राज मंदिर में संपन्न हुई । शादी पुरी रीति रिवाज से हुई अंतरजातिय विवाह पर सभी लोगों ने आशीर्वाद दिया, जिसमें वर पक्ष के खासनपुर निवासी मदन सेठ ,सोनी सेठ, पिंटू सेठ ,चिंटू सेठ मौजूद रहे। वहीं वधू पक्ष मोनी की माता अमरावती देवी भाई कल्लू व अन्य सदस्य रहे। विशेष योगदान देने वाले नीरज निषाद, शिव पूजन , प्रदीप निषाद , वरिष्ठ अधिवक्ता बृजेश निषाद मुकेश निषाद गोलू मौजूद रहे । बारे में समाजसेवी एवं युवा नेता धर्मेंद्र निषाद का कहना है कि जब लड़का लड़की एक दूसरे को पसंद कर रहे थे तो इसमें उनके जीवन की खुशी मिलनी चाहिए और इसलिए दोनों परिवार रजामंदी से शादी संपन्न हुई इसमें किसी को कोई एतराज नहीं है।

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