शिक्षकों कर्मचारियों के लिए धन नहीं, विधायकों को बांट रही है खैरात: रमेश सिंह
माध्यमिक शिक्षक नेता रमेश सिंह की अगुवाई में डीएम को सौंपा ज्ञापन
✍️ देवेंद्र यादव/प्रणय तिवारी
जौनपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एवं जिला एकता समिति के सदस्य रमेश सिंह की अगुवाई में शनिवार को शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा से कलक्ट्रेट सभागार में मिला। इस दौरान शिक्षक नेता रमेश सिंह ने प्रदेश सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के संबंध में एक मांग पत्र उन्हें सौंपा।
मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित इस पत्र में शिक्षक नेताओं ने मांग किया कि उत्तर प्रदेश शिक्षक सेवा अधिकरण विधयेक 2021 को तुरंत वापस लिया जाय। क्योकि यह काला कानून शिक्षकों के लिए सीधे तौर पर डेथवारंट है। कोरोना कॉविड का बहाना बनाकर प्रदेश सरकार सूबे के लाखों शिक्षकों कर्मचारियों का तीन तीन डीए रोक रखा है। के विधायकों को मुफ्त में टेबलेट लैपटॉप और 300 करोड़ रुपए अलग से निधि देने जा रही है। इससे साफ जाहिर होता है प्रदेश की योगी सरकार शिक्षक विरोधी नीति अपनाकर शिक्षकों कर्मचारियों का शोषण करने पर तुली हुई है ।
उन्होंने कहा कि शिक्षक संघ इस नीति का कड़ा विरोध करते हुए आंदोलन की चेतावनी का ऐलान कर रहा है। माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व मंत्री डॉ राकेश सिंह, डॉ प्रमोद श्रीवास्तव समेत संगठन के जिलाध्यक्ष सरोज कुमार सिंह, जिला मंत्री तेरस यादव समेत अन्य शिक्षकों ने सरकार की नीतियों पर कड़ी नाराजगी जताई। इस मौके पर दिलीप सिंह, ऋषि श्रीवास्तव, अतुल सिंह, सोम वर्मा, मोहम्मद आजम, ओमप्रकाश सिंह, आशुतोष सिंह , इंद्रपाल सिंह , गजाधर राय अनुपस्थित रहे।
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