1973 से अनवरत जारी है खुदौली की ऐतेहासिक रामलीला का मंचन
टीवी सीरियल और सिनेमा के कारण धर्म के प्रति उदासीन हो रहे हैं युवा-संरक्षक शैलेन्द्र सिंह
29 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक होगा रामलीला का मंचन
✍️रिपोर्ट:नौशाद मंसूरी
शाहगंज(जौनपुर)। धर्म और आस्था का अनोखा मिसाल कायम करता पूर्वांचल के जौनपुर जनपद के थाना खेतासराय अंतर्गत ग्राम खुदौली का राम लीला जो काफी प्रसिद्ध है।
गॉंव के ही निवासी देश के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अवनीश विक्रम सिंह(गुरु जी) के पिता शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व होता चला रहा है।
इस सम्बंध में श्री रामलीला समिति के संरक्षक श्री शैलेन्द्र सिंह से बातचीत करने पर उन्होंने कहा 1973 से यहां रामलीला होती है जिसमे गॉंव के सभी जाति के लोग रामलीला मंचन में भूमिका निभाते हैं।उन्होंने आगे कहा की समय के साथ इसमे भी बदलाव आया।जिसका प्रमुख कारण टीवी सीरियल और सिनेमा है जिससे युवाओं में धर्म के प्रति कुछ उदासीनता देखी जा सकती है।श्री सिंह ने बताया की जब गॉंव की रामलीला आरम्भ होती है तो गॉंव का हर व्यक्ति वो देश के किसी भी कोने में हो आते जरूर हैं।
29 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक होगा रामलीला का मंचन
श्री शैलेन्द्र सिंह ने बताया की गॉंव की ऐतेहासिक रामलीला का मंचन 29 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक होगा।उसके बाद रावण दहन किया जाएगा।
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