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मृतक आश्रित कर्मचारी संघ की लड़ाई अंतिम चरण में, चंद्र प्रकाश सिंह

मृतक आश्रित कर्मचारी संघ की लड़ाई अंतिम चरण में, चंद्र प्रकाश सिंह


दावा, जून महीने में पूरी हो सकती है संगठन की  प्रमुख मांगे
✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद

जौनपुर।  उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि सूबे के प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश में सन् 2014 से अपनी लड़ाई सहित 5 लाख शिक्षकों की जो मांग शुरू किया था। उस पर शासन स्तर से बहुत जल्द प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
 जिले भर के शिक्षक साथियों को  वर्चुअल संवाद के माध्यम से बताया कि जून महीने के प्रथम सप्ताह में इस पर अमलीजामा पहनाने का कार्य शुरु हो जाएगा। 
शिक्षक नेता चंद्रप्रकाश सिंह ने अपनी मांगों के संबंध में विस्तार से बताया कि मृतक आश्रित शिक्षकों को उनकी योग्यता अनुसार  बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयो में किसी भी शिक्षक की मृत्यु हो जाने पर उसके आश्रितों को योग्यता अनुसार अध्यापक पद  पर नियुक्ति मिलती थी।  उससे कम पढ़े लिखे लोग अनुचर के पद पर नियुक्त होते थे।
1997 के बाद अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए स्नातक होना जरूरी था,  26 जुलाई सन 2011 को प्रदेश में  शिक्षा का अधिकार अधिनियम  लागू हुआ तो मृतक आश्रितों की योग्यता स्नातक बीटीसी, टीटीई कर दी गई। अधिकांश मृतक आश्रित जो वर्तमान समय में स्नातक, परास्नातक,एम.बी.ए, बी.सी.ए, एल एल बी,  पीएचडी,पी.जी.डी.सी.ए,सी.सी.सी. इत्यादि करने के बाद विभाग द्वारा उन्हें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बना दिया गया।
इस संबंध में शिक्षक संगठन ने प्रदेश स्तर पर जब विरोध प्रदर्शन शुरू किया तो 16 सितंबर 2019 को शिक्षा निदेशक बेसिक ने एक पत्र जारी कर कहा कि उच्च योग्यता धारी और कंप्यूटर का ज्ञान रखने वाले 03-03 योग्य  कार्मिकों को ब्लॉक संसाधन केंद्र पर संबंध कर लिया जाए।  जो वहाँ लिपिकीय कार्य करेंगे, प्रदेश के 880 ब्लॉक संसाधन केंन्द्रों पर 2640 कार्मिकों को उनकी योग्यता कार्यकुशलता के आधार पर लिपिकीय कार्य  लिया जा रहा है। शासन द्वारा 9 सितंबर 2019 को उत्तर प्रदेश प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारियों सहित विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ,विशेष सचिव आनंद कुमार सिंह, संयुक्त सचिव राघवेंद्र सिंह, शिक्षा निदेशक बेसिक सवेंद्र विक्रम बहादुर सिंह सचिव बेसिक  शिक्षा परिषद प्रयागराज रूबी सिंह  द्वारा बैठक कर कार्यवृत्ति जारी कर अमल में लाया गया।   
जिसमें बी.टी.सी.,बी.एड, टी.ई.टी उत्तीर्ण करने वाले वालों को अध्यापक बना दिया जाए के  संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। कार्यवृति के आधार पर नव नियुक्त मृतक आश्रित सहित कार्यरत मृतक आश्रितों को लगभग 20 माह बाद नियुक्ति/पदोन्नति/उच्चीकृत करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है।  
इस संवाद में प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह के साथ जिलाध्यक्ष  रामासरे यादव, जिला मंत्री अजय सिंह, प्रेम शंकर पांडे, फरहान खान , कुमैल हैदर  ,राजीव श्रीवास्तव ,जय देव मिश्रा इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

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