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पंचायत चुनाव में मृत शिक्षकों को सरकार दे 50, 50 लाख रुपए का मुआवजा : अरविन्द शुक्ल


पंचायत चुनाव में मृत शिक्षकों को सरकार दे 50, 50 लाख रुपए का मुआवजा : अरविन्द शुक्ल


प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री , डीएम व चुनाव आयोग को भेजा मांग पत्र



जौनपुर में एक दर्जन शिक्षकों के मरने और  सैकड़ों के बीमार होने से मचा है हड़कंप

@यूसुफ खान/मोहम्मद अरशद

जौनपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले  दर्जन भर शिक्षकों के कोरोना संक्रमण से मरने और सैकड़ों शिक्षकों के संक्रमित हो जाने से जिले भर के  शिक्षकों में जबरदस्त हड़कंप मचा है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले संगठन के जिला अध्यक्ष अरविंद शुक्ला की अध्यक्षता में मंगलवार को जिले के शिक्षक नेताओं ने मुख्यमंत्री समेत प्रदेश के उच्च अधिकारियों को अपनी पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन भेजा है।
जिसमें बताया है कि  पहले मतदान में  शिक्षकों की सुरक्षा के साथ घोर लापरवाही बरती गई। डयूटी के समय कर्मचारियों को कोराना किट व अन्य उपकरण नहीं उपलब्ध कराए गए। जिससे दर्जनों लोगों की मौत हो गई। इधर दो मई को होने वाली मतगणना में एक बार फिर शिक्षकों की ड्यूटी लगा दिए जाने से कोरोना  संक्रमण को लेकर खासा ख़ौफ़ बढ़ गया है। 
क्योंकि इसी 25 अप्रैल को वाराणसी जनपद के ग्राम असीला पिंडरा निवासी 45 वर्षीय विजय कुमार मौर्य की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। विजय मौर्य जौनपुर जनपद के विकासखंड रामनगर में चुनाव ड्यूटी किए थे। पिछले महीने गैर जिले से स्थानांतरित होकर जौनपुर आये विजय की तैनाती जिले के रामपुर विकास खंड के कठवतिया प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर हुई थी। इनकी पत्नी अर्चना मौर्य भी जिले के नेवादा प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात है। उन्हें भी चुनाव ड्यूटी में पाबंद किया गया था। जबकि शासनादेश था कि पति-पत्नी  अगर साथ है तो पत्नी को ड्यूटी से मुक्त किया जाए। लेकिन तमाम दौड़-धूप के बाद भी उक्त कर्मचारी की ड्यूटी नहीं कटी और वह भी बीमार हो गई हैं।  खुटहन ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय ओईना में कार्यरत कल्याणी अग्रहरी महिला शिक्षिका जिसके पेट में 8 महीने का गर्भ था। कोरोना संक्रमण के चलते ड्यूटी करने के बाद वह और उसके बच्चे की मौत हो गई। यह महिला भी विकास भवन में ड्यूटी कटवाने के लिए 2 दिन दौड़ी लेकिन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने उसकी एक नहीं सुनी।
इसके एक दिन पहले दिनेश वर्मा नामक एक अन्य शिक्षक की कोरोना संक्रमण के दौरान मौत हो चुकी है।
  इस संबंध में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार शुक्ल व जिले के अन्य पदाधिकारियों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री, चुनाव आयोग लखनऊ, समेत जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर जौनपुर के शिक्षकों की मांग को  बेहद ही गंभीरता से उठाया है।
अध्यक्ष श्री शुक्ल ने कहा कि जिले के शिक्षकों जिन्हें चुनाव मतगणना में लगाया जा रहा है। उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला निर्वाचन अधिकारी की होगी। ऐसे में उन्हें कोरोना कोविद से बचाव के पुख्ता इंतजाम और सुरक्षा किट उपलब्ध कराए बिना उन्हें ड्यूटी में ना लगाया जाए। 
 इस मौके पर संगठन के  पदाधिकारी लक्ष्मीकांत सिंह, लाल साहब यादव, वीरेंद्र प्रताप सिंह, मनोज यादव, प्रमोद शुक्ल, राजकुमार सिंह, चंचल पाठक, विजय गुप्ता, रामदुलार यादव, श्री कृष्ण पाठक, संतोष कुमार सिंह, यशवंत सिंह,शैलेन्द्र कुमार सिंह,रजनीश सिंह अन्य शिक्षकों ने अपनी मांगों को प्रमुखता से रखा है। 



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मतगणना स्थल पर ऑक्सीजन सिलेंडर का किया जाए इंतजाम

जौनपुर। प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अरविंद शुक्ल के नेतृत्व में जिन पांच प्रमुख मांगों को उठाया गया है । उसमें मृतक शिक्षकों को कोरोना योद्धा घोषित करते हुए उनके परिवार को 50 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। जो शिक्षक बीमार हैं उनका मेडिकल रिपोर्ट देते हुए उन्हें चुनाव ड्यूटी से तुरंत मुक्त किया जाए।  मतगणना स्थल पर जिले के उच्चस्तरीय बड़े चिकित्सकों की टीम, एंबुलेंस और ऑक्सीजन सिलेंडर का तुरंत इंतजाम किया जाना चाहिए। मतगणना ड्यूटी  शिक्षकों से सिर्फ एक पालियों  में ही कराई जाए।

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