हर जरूरतमंद की करते थे हमेशा मदद
भक्तों ने निधन पर जताई शोक संवेदना
शाहगंज।
सरपतहां क्षेत्र के रूधौली गांव निवासी 78 वर्षीय बशिष्ठ महराज का सोमवार की भोर में निधन से पूरे इलाका शोकाकुल है। उनका अंतिम संस्कार क्षेत्र के इमलिया घाट पर किया गया। शव को मुखाग्नि उनके पुत्र पप्पू तिवारी उर्फ छोटे गुरू ने दी।
बीते 2 दिनों से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी । बाबा के भक्तों ने उपचार के लिए निजी डॉक्टर की मदद ली । डॉक्टर ने हरसंभव उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन समय पर ऑक्सीजन न मिलने से आखिरकार उनकी जान चली गई।
इलाके के प्रबुद्ध नागरिक वशिष्ठ महाराज उर्फ तिवारी गुरु के नाम से प्रसिद्ध वशिष्ठ महाराज दो गवर्नमेंट नौकरियों में थे । दोनों ही नौकरियों से उन्होंने त्यागपत्र देकर समाज सेवा का कार्य शुरू किया। उनकी लगन शीलता और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के प्रति अटूट श्रद्धा को देखते ही थोड़े ही दिनों में वह काफी लोकप्रिय हो गए।
रोज की तरह वह अपनी बुलेट मोटरसाइकिल से क्षेत्र के अर्सिया, रुधौली बाजार में आए।
अपने भक्तों से मुलाकात की, इस दौरान वापसी में उन्होंने लोगों के जरूरत के लिए कपड़ा, फल, सब्जी व अन्य अनाज भी ईकट्ठा किया । जिसे लेकर वह अपने छोटे से कुटिया में पहुंचे ही थे कि उनकी तबीयत खराब हुई, और उनका निधन हो गया।
वशिष्ठ महाराज के निधन की खबर पर पं0 सुशील तिवारी महराज के रूधौली स्थित आवास पर सोमवार को कोरोना कोविंद का पालन करते हुए शोकसभा की गई। जिसमें मौजूद लोगो ने दो मिनट का मौन रखकर मृतक आत्मा की शांति के लिऐ ईश्वर से प्रार्थना की।
इस दौरान प्रवधक सुरेश पाडेय, वरिष्ठ भाजपा नेता बेचन सिह, खुशीराम मिश्र काका , शिक्षक नेता सतीश सिंह ,सुधाकर सिंह, विकास विन्द, मेहीलाल जायसवाल ,ललित दीक्षित ,अशोक गौड ,रानू सिंह ,विनय तिवारी मोहम्मद अहमद ऊर्फ पप्पू सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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