पुराना किला को तोड़ने में कामयाब रही भाजपा
पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ललई अपनी प्रतिष्ठा नही बचा सके
शाहगंज सोंधी ब्लाक में मंजू सिंह बनी प्रमुख
✍️यूसुफ खान/मोहम्मद अरशद
खेतासराय। शाहगंज ब्लॉक मुख्यालय पर प्रमुखी के चुनाव में शनिवार को भाजपा ने चार दशक तक एक ही परिवार के कब्ज़े में रही इस सीट को हराकर पुराना राजनीतिक किला को तोड़ने में कामयाब रही।
सपा की सरिता यादव को 18 वोट से हराकर कब्ज़ा जमाने मे कामयाब रही। घोषणा होते ही बीजेपी समर्थक झूम उठे। प्रशासन के बार बार समझाने के बाद भी कार्यकर्ताओ पर कोई असर नही हुआ,वह जमकर नारेबाजी करते रहे।
शनिवार की पूर्वाह्न 11 बजे कड़ी सुरक्षा में मतदान शुरू हुआ।दोपहर तक बीडीसी सदस्यों की आमद कम रही। एक सौ का आंकड़ा पार नही कर सकी।तीन बजे तक 154 मत प्रत्याशियों को मिला।पन्द्रह मिनट बाद परिणाम की घोषणा कर दी गई।भाजपा प्रत्याशी मंजू सिंह पत्नी अजय सिंह को 86 मिला, जबकि सपा की सरिता यादव को 68 वोट पाकर संतोष करना पड़ा। मालूम होकि भाजपा नेता विजय सिंह विद्यार्थी और शाहगंज विधायक व पूर्व मंत्री ललई यादव चुनाव जीतने के लिए क्षेत्र में जबर्दस्त चुनाव कैम्पिंग कर रहे थे।
मतदान के दौरान प्रेक्षक अजय सिंह चुनाव का जायज़ा लिया।सुरक्षा की दृष्टि से उपजिलाधिकारी शाहगंज राजेश वर्मा, सीओ अंकित कुमार सर्किल के पुलिस बल के साथ चक्रमण करते दिखे।एसएचओ राजेश कुमार यादव चुनाव परिणाम आते ही मंजू सिंह पत्नी अजय सिंह को लेकर सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सोनिकपुर स्थित उनके पैतृक आवास पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए रवाना हो गए। जिले के इस चर्चित ब्लॉक पर मतदान को लेकर खेतासराय कस्बे में भी सपा और भाजपा समर्थकों से जबर्दस्त गहमागहमी रही।
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.....जब फाड़ना पड़ा पत्र ,दूसरे मत पत्र से हुई वोटिंग
खेतासराय(जौनपुर)10जुलाई
विकासखण्ड शाहगंज (सोंधी)में एक महिला लेखपाल के चलते विवाद होते होते बच गया।उच्चाधिकारियों ने किसी तरह महिला को दूसरा मत पत्र दिया तो मामला शांत हुआ।
दरअसल एक महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य मतदान करने अंदर गयी जहां उसने एक महिला लेखपाल कर्मी से सहयोग मांगा तो उसने स्वयं सरिता यादव को मत देकर पेटिका में डालने लगी इतने में उक्त सदस्य ने कहा किसको वोट दी हैं हम देखेंगे देखा तो उक्त महिला सिपाही ने सदस्य के विचार के विपरीत सरिता यादव को दिया । अब जिद कर गयी हमे मंजू सिंह को वोट देना है ऐसे में शोर शराबा निबटाने के लिए पर्चे को फाड़ दिया गया और दूसरे पर्चे पर मंजू सिंह को वोट देकर मतपेटिका में डाला गया तो ऐसा कर किसी तरह मामला निस्तारण किया गया।हांलांकि इस मामले में प्रत्यासी मंजू सिंह के ज्येष्ठ विजय सिंह विद्यार्थी ने आरोप लगाया है कि उक्त लेखपाल ने दो मत फर्जी डलवाया है।
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