किसानों को विवशता के अंशु बहाने पर विधुत कर रहा मजबूर
✍️रिपोर्ट : मोहम्मद असलम खान
केराकत। केराकत क्षेत्र में इन दिनों विधुत किसानों को विवशता के अंशु बहाने पर मजबूर कर रहा है ।विधुत का क्षेत्र में यह हाल है की धान की रोपाई सर पर होने के बावजूद विधुत आँख मिचौली खेल रही है । किसानों की विवशता भर ही है की सरकार के लाख दावों के बावजूद अपने ही खेतिहर जीवन पर रोए या हसें सामंजस्य की स्थिति में पड़े हुए है ।सरकार की सारे वादे ताक पर धरी की धरी रह जा रही है ।हम बात कर रहे है इन दिनों बजरंगनगर (दिशापुर) पॉवर हाउस से संचालित तीन फ़ीडर सेनापुर,ब्राह्मणपुर, अमिहित ग्राम में इन दिनों विधुत किसानों को खून के आँसू बहाने पर मजबूर कर रही है । धान की रोपाई का उचित समय यही है पर सिंचाई के लिए विधुत का ना होना किसानों के लिए श्राप बना हुआ है ।
कर्मचारी की मनमानी किसानों की परेसानी
ना ही विद्युत की कोई व्यवस्थित संचालन ना ही कर्मचारियों में कर्मठता ।किसानों को तो मानों यहाँ के विधुत कर्मचारी आत्महत्या करवा के ही दम लेंगे ।
क्योंकि इन फ़ीडरों पर कर्मचारी भी अपनी ही मनमानी तरीक़े से सर्कुलर के ख़िलाफ़ विद्युत देतें है ।ऐसे में किसानों का काफ़ी नुक़सान हो रहा है ।
किसानों की आय दुगुनी करने पर सरकार का बल
सरकार का नारा है की हम किसानों की आय दुगुनी करेंगे ।लेकिन ये तो बता दीजिए की सर्कुलेशन के विपरीत विधुत आख़िर किस हिसाब से किसानों की आय दुगुनी कर सकती है ? सरकार जिस तरीक़े से किसानों की आय दुगुनी करने की डुगडुगी पिटती है वह काफ़ी क़ाबिले तारीफ़ है पर क्या भ्रष्ट और ढीठ कर्मचारी ऐसा होने देंगे?
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