लीलावती अस्पताल से निराश लौटे दर्जनों लोग
विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से हुई यही स्थिति
✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य / मोहम्मद अरशद
जौनपुर। जिले में एक तरफ कोरोना पूरी तरह से पांव पसारता जा रहा है, वही दूसरी तरफ कोविड-19 का टीका खत्म होने के कारण बैक्सीनेशन की रफ्तार पूरी तरह से ठप हो गया है। कोविड का टीका खत्म हो जाने के कारण लोगों के हाथ निराशा लग रही है। लोग बड़े पैमाने पर उत्साह के साथ कोविड सेंटर पर आ रहे हैं, लेकिन कोविड सेंटर पर वैक्सीन ना उपलब्ध होने के कारण उनका इंतज़ार बढ़ता ही जा रहा है।
गुरुवार को भारी संख्या में लोग जौनपुर के सरकारी लीलावती अस्पताल में वैक्सीन की डोज लगवाने के लिए गये थे। मगर वैक्सीन सेंटर के बाहर लगा बोर्ड देखकर उनके वैक्सीनेशन के सपनों पर पानी फिर गया। लीलावती अस्पताल के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि 'कष्ट के लिए खेद है यहां वैक्सीन समाप्त हो गयी है'।
वैक्सीन लगवाने के लिए दूर दराज क्षेत्र से लोग आए हैं. 70 वर्ष के इंदु प्रकाश चौबे ग्रामीण क्षेत्र से वैक्सीन लगवाने के लिए आये थे। 3 लोगों के साथ आये इंदु प्रकाश 200 रुपये का किराया देकर आये थे। यहां आने पर बोर्ड देखकर उनकी उम्मीद खत्म हो गयी। वह बताते हैं कि उनके परिवार में कुल 14-15 लोग हैं।। अगर किसी को भी कोरोना का संक्रमण हो गया तो स्थिति बेहद खराब हो जाएगी। उनकी उम्र भी ज्यादा हो चुकी है ऐसे में संक्रमण का खतरा भी बना रहता है। इस उम्मीद से वह वैक्सीन लगवाने आए थे कि संक्रमण से उन्हें निजात मिल सकेगी मगर वैक्सीन नहीं लगने के कारण वह बेहद निराश हो गए।
वैक्सीनशन के लिए आई बीना साहू और प्रभावती के चेहरे पर निराशा साफ तौर पर देखी जा सकती है। वो कहती हैं कि वैक्सीन नहीं लगने के कारण उन्हें बुरा लग रहा है। परिवार में बच्चे हैं जिसके कारण संक्रमण का खतरा बना रहता है।
♦️वैक्सीन आने पर सभी को लगेगा टीका, आरके सिंह
जौनपुर। जिले के एडिशनल सीएमओ आर.के सिंह ने कहा कि गुरुवार को 420 लोगों को वैक्सीन लगा दी गयी है। उन्होंने कहा कि उनके सेंटर पर वैक्सीन खत्म हो गयी है। अब जब नयी खेप उपलब्ध होगी तब वैक्सीनशन का काम शुरू किया जाएगा। इसमें किसी को अनावश्यक रूप से परेशान होने की जरूरत नहीं है।

0 टिप्पणियाँ