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जिला प्रशासन के फैसले पर शिक्षक नेताओं ने जताई कड़ी आपत्ति...


जिला प्रशासन के फैसले पर शिक्षक नेताओं ने जताई कड़ी आपत्ति...

मांग, पंचायत चुनाव में महिलाओं को चुनाव ड्यूटी से रखा जाए मुक्त

मतदान केंद्रों पर महिलाओं के लिए नहीं है पुख्ता इंतजाम, छोटे बच्चों को लेकर बढ़ सकती है परेशानी


✍️ इन्द्रजीत सिंह मौर्य/मोहम्मद अरशद

जौनपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में महिलाओं की ड्यूटी लगा दिए जाने से जिले के शिक्षक नेताओं में खासा आक्रोश बढ़ गया है।
माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शिक्षक नेता रमेश सिंह ने सोमवार को इस मामले को लेकर जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा से  आपत्ति दर्ज कराई।
11 सूत्री मांगों को लेकर दिए गए ज्ञापन में शिक्षक नेता रमेश सिंह ने आरोप लगाया कि माध्यमिक शिक्षकों में कभी भी महिलाओं  की ड्यूटी नहीं लगाई जाती थी लेकिन जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से 31 मार्च को रिटायर्ड हो चुके शिक्षकों को भी इस बार ड्यूटी में पाबंद कर दिया गया है। 
संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश सिंह ने  प्रतिनिधि मण्डल के साथ जिलाधिकारी  से बात कर महिलाओं को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने की मांग की। जिसे बेहद ही गंभीरता से लेते हुये जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ल से मिलकर समस्या से अवगत कराने हेतु कहा।
 बाद में  प्रतिनिधिमंडल सीडीओ श्री शुक्ल से भी उनके कार्यालय में मिला। उन्हें ज्ञापन देकर यह मांग की गयी है कि महिलाओं को पंचायत चुनाव की ड्यूटी से मुक्त रखा जाय । क्योंकि उन्हें घर-परिवार के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चों की भी देखभाल करनी पड़ती है। 
इतना ही नहीं पंचायत चुनाव के दौरान उन्हें बूथों पर भी तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है। 
इसलिए जिला प्रशासन से यह मांग है कि महिलाओं को पंचायत चुनाव की ड्यूटी से मुक्त रखने और उनके स्थान पर अन्य मतदान कार्मिकों की नियुक्ति की जाय । 
यदि महिलाओं को पंचायत चुनाव की ड्यूटी से मुक्त नहीं किया जाता है और उनके साथ यदि किसी तरह की अनहोनी होती है तो उसके लिए सीधे तौर पर जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।प्रतिनिधि मण्डल में रमेश सिंह के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय मंत्री डॉ राकेश सिंह, जिलाध्यक्ष सरोज कुमार सिंह व जिला मंत्री तेरस यादव साथ रहे।




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रिटायर्ड  शिक्षकों की भी लग गई चुनाव ड्यूटी जौनपुर।
पंचायत चुनाव में इस बार जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते डेढ़ सौ से अधिक ऐसे शिक्षकों की  चुनाव में ड्यूटी लग गई है जो बीते 31 मार्च को रिटायर्ड चुके हैं।  इनमें आधे से अधिक शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के हैं।
 उधर रिटायर्ड शिक्षकों के घर सोमवार को चुनाव ड्यूटी करने के संबंध में निर्वाचन कार्यालय का पत्र पहुंचा तो हड़कंप मच गया । दो दर्जन की संख्या में ऐसे ही रिटायर्ड शिक्षक अपने चुनाव ड्यूटी का पत्र लेकर  विकास भवन स्थित मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय पहुंचे ।  लेकिन सीडीओ श्री शुक्ल के न मिलने से शिक्षकों में खासी निराशा देखी गई।

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